शनिवार, 10 मई 2025

युद्ध समस्याओं का समाधान नही कर सकता, किन्तु समस्याएं उत्पन्न भी नही होने देता

 भारत और पाकिस्तान में तनाव की स्थिति पाकिस्तान बनाने के समय से हीं है, यानी 1947  से | हाल ही में पहलगाम में हमला हुआ कुछ आतंकवादियों ने कश्मीर गए भारतीय सैलानियों पर गोलियां चलाईं | लगभग 28 पर्यटक मारे गये | बहुत हीं दुखद घटना थी भारत के लिए यह | कुछ महिलाओं के सामने उनके पति को गोली मार दी गयी और पत्नी के यह कहने पर की मुझे भी मार दो, आतंकवादियों ने “कहा जाओ जा कर अपने सरकार से कह दो |“ सरकार उबली फिर कुछ घटनाएं घटी निचे क्रम अनुसार -  


                            -India's Foreign Secretary Vikram Misri

जम्मू-कश्मीर( पहलगाम ) हमले के बाद तनाव बढ़ा और दोनों तरफ से कमर कस लिया गया

22 अप्रैल को भारत के जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए एक आतंकवादी हमले में 28 लोगों की मौत हुई थी, जिससे भारत-पाकिस्तान संबंधों में तनाव और गहरा गया । भारत ने इस हमले में पाकिस्तान की संलिप्तता के सबूत होने की बात कही, जिसे पाकिस्तान ने सिरे से नकार दिया। मामला और बिगड़ने लगा |

भारत ने इस घटना को पुलवामा (2019) जैसे पूर्ववर्ती हमलों से जोड़ा, जिसके लिए भारत पहले भी पाकिस्तान को ज़िम्मेदार ठहराया है।

हवाई हमले, ड्रोन हमले और मिसाइल हमले जवाबी कार्रवाई शुरू हुई

9 मई की रात को जम्मू-कश्मीर के राजौरी में एक वरिष्ठ अधिकारी की मृत्यु और फिरोजपुर (पंजाब) में नागरिकों के घायल होने की घटना के बाद, भारत में और उबाल आया | जवाब में पाकिस्तान ने भारत पर "बिना उकसावे के हमलों" का आरोप लगाया और बताया कि रातभर की कार्रवाई में 11 लोगों की जान गई, जिनमें एक बच्चा भी शामिल था, और 50 से अधिक लोग घायल हुए। जबकि सच्चाई यह थी की आतंकवादियों के ठिकानों पर भारत ने हमला किया था और मारे गए थे आतंकवादी | जिसकी एक तस्वीर वायरल भी हुई जिसमे आतंकवादियों के जनाजे पर पाकिस्तानी सेना की तस्वीर थी |



पाकिस्तान ने भारत पर सैन्य ठिकानों पर हमला करने का आरोप लगाया, वहीं भारत ने अपने वायु रक्षा नेटवर्क की सक्रियता की जानकारी दी । 10 मई को अमृतसर और जैसलमेर में कई पाकिस्तान के तरफ से प्रयोग किये गये ड्रोन देखे गए, जिनमें से अधिकांश को भारत की रक्षा प्रणाली ने मार गिराया या निष्क्रिय कर दिया।

भारतीय वायु रक्षा प्रणाली की सफलता सबने देखी

8 मई की रात को पाकिस्तान की ओर से 300 से 400 ड्रोन हमले किए गए, जिनमें तुर्की निर्मित "असीसगार्ड सोंगर" ड्रोन भी शामिल थे। भारतीय सेना ने इनमें से अधिकांश  को मार गिराया और कई को रेडियो फ्रीक्वेंसी तकनीक से निष्क्रिय भी कर दिया।

भारत की सी-यूएएस (Counter-Unmanned Aerial System) और आकाश मिसाइल प्रणाली ने इन हमलों को सफलतापूर्वक रोका, जो देश की रक्षा तैयारियों की मजबूती को दर्शाता है।

ट्रंप प्रशासन की मध्यस्थता और वार्ता अनापेक्षित क्रिया

रिपोर्ट के अनुसार, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल द्वारा जानकारी दी गई थी कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टीम ने दोनों पक्षों के साथ रातभर बातचीत की, जिसके बाद आंशिक रूप से हालात काबू में आए। ट्रम्प की इंट्री प्रत्येक भारतियों के लिए अनापेक्षित थी |

10 May से भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच, दोनों देशों ने हाल ही में सीजफायर ( ceasefire) के पालन को लेकर अलग-अलग रुख अपनाने को तैयार हुए हैं। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने शनिवार देर रात एक बयान में कहा कि उनका देश सीजफायर ( ceasefire) को ईमानदारी से कार्यान्वयन के लिए प्रतिबद्ध है, हालांकि भारत पर कुछ क्षेत्रों में उल्लंघन के आरोप भी लगाए।

 

पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के अनुसार, पाकिस्तान की सशस्त्र सेनाएं स्थिति को "जिम्मेदारी और संयम" के साथ संभाल रही हैं। साथ ही, पाकिस्तान ने यह भी कहा कि सीजफायर ( ceasefire) के बाद किसी भी मुद्दे को "उचित स्तर पर संवाद" के माध्यम से हल किया जाना चाहिए, और ज़मीनी स्तर पर तैनात सैनिकों से विवेक का प्रयोग करने की अपील की।

भारत को अभी डटे रहना था

भले ही पाकिस्तान सीजफायर ( ceasefire) के पालन की बात कर रहा हो, और भारत सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए इस राजी हो, लेकिन यह स्पष्ट है कि सीमा पर तनाव अभी खत्म नहीं हुआ है। दोनों देशों के बीच बढ़ता सैन्य और कूटनीतिक टकराव क्षेत्रीय स्थिरता के लिए चिंता का विषय है। आगे पाकिस्तान सीजफायर (ceasefire) जारी रखेगा यह थोडा संदेहास्पद हो जाता है | भारत सरकार को और भी कड़ा सबक पाकिस्तान को सिखाना चाहिए था ताकि भविष्य में पकिस्तान आतंकवादियों को शरण और बढ़ावा देने की जुर्रत दुबारा न करता | पाकिस्तान  सुधरने वाला नहीं है, वो कहते हैं न कुते की दुम कभी सीधी नहीं होती | 

शनिवार, 23 अप्रैल 2016

दिल्ली में भी शराबबंदी करें केजरीवाल साहब

केजरीवाल साहब  आप हिम्मती  लोग  हो आपमें फैसले लेने और उसे लागू करने के गुण हैं | मैं आपसे दरख्वास्त करता हूँ देश की राजधानी को शराबमुक्त करें , ये आप हीं कर सकते  हैं |  देश की राजधानी देश का आइना होता है | यहाँ देश भर  के अलावा विदेशों से भी   लोग आते  हैं | सिर्फ दिल्ली और मुंबई  देख कर भी कोई हमारी अन्तराष्ट्रीय छवि बना सकता है ऐसे में देश की राजधानी को शराबमुक्त,  नशा मुक्त होना हीं चाहिए |
शराब  ने  न जाने  कितनी  जिंदगियां  लील लीं , कितने  घरों को उजाड़ा , कितने  घरों में  खाने के  लाले पडवा दिए | अधिकाँश  अपराध  शराब के नशे में हीं किये  जाते  हैं | यकीन मानिए अगर दिल्ली में शराबबंदी होती है तो दिल्ली में  हो  रहे  अपराधों में कई  गुणा  कमी आएगी | दिल्ली में आए  दिन बलात्कार , लूट , छिनतई आदि के मामले सामने आते हैं ऐसा नहीं की देश के अन्य स्थानों पर ये घटनाएं नहीं घटती किन्तु राजधानी होने के कारण तथा मिडिया का भी केंद्र होने के कारण ये घटनाएं अधिक प्रकाश में आती हैं |

वैसे मेरी मंशा  ये है की पुरे देश में शराब तथा नशीले पदार्थों की बिक्री बंद होनी चाहिए | अगर कोई हिम्मतवर सरकार ये कदम उठाये तो देश की एक नई छवि सामने आएगी | ख़ास कर भटके हुए युवाओं में एक बदलाव आएगा | मैं केंद्र में राज कर रहे मोदी सरकार तथा सभी राज्य सरकारों से भी अपील करता हूँ कि पुरे देश में तथा अपने अपने राज्यों में न सिर्फ शराबबंदी बल्कि प्रत्येक नशीली वस्तुओं के बिक्री पर रोक लगाये | हाँ ये सही है कि ऐसा करने पर राजस्व का नुक्सान होगा किन्तु राजस्व की वसूली देश के नागरिकों के हित के लिए हीं होता है | और राजस्व के नुक्सान के मूल्य पर देश की जनता ख़ास कर युवा वर्ग को कितना मूल्यवान चीज मिलेगा इस कदम से ये सोच से भी परे की बात है यकीन न हो तो ये साहसिक कदम उठा कर देख ले केंद्र तथा  राज्य सरकारे |
पहले गुजरात में शराबबंदी हुई फिर स्वागत योग्य फैसला लिया बिहार में  नितीश कुमार के  सरकार ने मैं उनके इस फैसले की भूरी भूरी प्रशंशा करता हूँ | हाँ ये बात भी सत्य है की बिहार के  लोगों ने इसका विकल्प भी ढूंढ लिया और सटे हुए सीमावर्ती राज्यों में जा   जा कर अपनी शराब की प्यास बूझा रहे हैं | इसलिए और भी महत्वपूर्ण हो गया है की सभी राज्य सरकारें तथा केंद्र सरकार मिल कर फैसला ले और इस तरह के कदम उठाये |
मैंने सीधे केजरीवाल जी से  अर्जी क्यूँ लगाईं वो इसलिए कि अभी हाल हीं में  उन्होंने दिल्ली में गुटखे पर प्रतिबन्ध लगाया | अब उम्मीद उसी से की जा सकती है जो सिर्फ बोलता न हो बल्कि करता भी हो सीधी सी बात है |

जय हिन्द ! जय भारत !